बेडरूम के लिए पेंटिंग्स
बेडरूम में कला या चित्रों का प्रयोग प्रेम पूर्ण सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने वाला होना चाहिए।
● पहले तो आपको अपना बेडरूम दक्षिण पूर्व दिशा यानि कि आग्नेय कोण में नहीं बनाना चाहिए क्योंकि इस
कोने में ऊर्जा की अधिकता होती है जो कि आपसी प्रेम और सामंजस्य में टकराव की स्थिति पैदा कर सकती है।
● इसके अलावा बेडरूम में डार्क कलर का भी उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे नेगेटिव एनर्जी पैदा हो सकती है।
● आपको अपने बेड में बहुत ज्यादा मेटल का प्रयोग नहीं करना है इसके साथ ही बेड के अंदर भी मेटल या
इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम भी नहीं रखने चाहिए। यह भी मानसिक शांति और प्रेम में कमी करने वाले साबित हो
सकते हैं।
● बात पेंटिंग की करें तो आपको अपने बेडरूम में वास्तु के अनुसार पेंटिंग को जोड़े में और भ्रमित ना करने वाली
कलाओं के रूप में लगाना चाहिए। यह ध्यान रखें कि पेंटिंग नीरस नहीं हो और जोड़े वाली पेंटिंग में एक नर और
एक मादा को शामिल किया गया हो। आप उसमें व्यक्ति के साथ ही पक्षियों को भी शामिल कर सकते हैं। वास्तु के
अनुसार लगाई जाने वाली और शयन कक्ष में लगाने से बचने वाली पेंटिंग के विषय में जान लेते हैं।
● बेडरूम में लगाई जाने वाली कलाकृतियों या पेंटिंग की बात करें तो- मुस्कुराते हुए या नाचते हुए जोड़ों की सुंदर
पेंटिंग आपसी सामंजस्य और प्रेम को बढ़ाती है। यह वैवाहिक जीवन में एक दूसरे के साथ में लंबे समय तक
स्थिरता को भी बनाए रखती है।
● आप बेडरूम में हंस के जोड़े की भी तस्वीर लगा सकते हैं। पक्षियों की यह जोड़ी निश्चित रूप से वैवाहिक जीवन
में प्रेम, सद्भाव और शांति को बढ़ाने वाली होगी। जिन लोगों को आपस में वैचारिक तनाव देखने को मिलता है
उनको अपने बेडरूम में हंसों के जोड़े की पेंटिंग अवश्य लगनी चाहिए।
● पारिवारिक रिश्तों को मजबूत करने के लिए आपको परिवार के लोगों की तस्वीर दक्षिण पश्चिम कोने में
लगाना अच्छा होगा। परिवार की तस्वीर को आपको बेडरूम के उत्तर या पूर्व कोने में लगाने से बचना होगा। ●
आप अपने बेडरूम में एक दूसरे का हाथ पकड़ कर नृत्य करते हुए महिला पुरुष के जोड़े वाली तस्वीर को भी लगा
सकते हैं। इससे भी जीवन में प्रेम का संचार होगा।
● आपके वैवाहिक जीवन में प्रेम के लिए अपनी शादी की तस्वीर को भी अवश्य अपने बेडरूम में लगाना चाहिए।
● बात करें किन तस्वीरों से बचना होगा तो- आपको अपने बेडरूम में अकेलेपन को दर्शाने वाली पेंटिंग को लगाने
से हमेशा बचना चाहिए क्योंकि ऐसी पेंटिंग जीवन में अकेलापन और नीरसता ही बढ़ती है। इसलिए हमेशा जोड़े
वाली पेंटिंग ही लगाएं।
● इसके अलावा पेंटिंग के साथ ही ऐसी तस्वीर भी लगाने से बचें जो उदासी, निराशा और आंसुओं को दर्शाती है।
बेडरूम में ऐसी पेंटिंग जीवन में उदासी और अलगाव की ओर आपको आकर्षित करती हैं। इससे व्यक्ति के अंदर
निराशा के भाव जागृत होते हैं। इससे व्यक्ति के जीवन की गतिविधियों के साथ ही उसकी मानसिक ऊर्जा भी
धीरे-धीरे धीमी होने लगती है।
● आपको अपने बेडरूम में हिंसक जंगली जानवरों की तस्वीर भी लगाने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसी पेंटिंग या
तस्वीर आपसी सामंजस्य और रिश्तो में क्रोध और उग्रता को बढ़ाने वाली साबित हो सकती है।
● इसी प्रकार से बेडरूम में अशांत नदियां, तेज धारा और झरने वाली पेंटिंग या तस्वीर भी लगाने से बचना चाहिए
क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा और आपसी संबंधों को बाधित कर सकती हैं।
वास्तु अनुसार दर्पण के नियम-
वास्तु के अनुसार घर में लगाया गया दर्पण पॉजिटिव एनर्जी में वृद्धि करता है और भाग्य की स्पीड भी बढ़ता है
लेकिन वही दर्पण अगर गलत दिशा में लगाया जाए तो मानसिक परेशानी, धन की कमी और रिश्तो में तनाव भी
पैदा कर सकता है। बात करें कि दर्पण को कहां नहीं लगना चाहिए।
● वास्तु के अनुसार घर और ऑफिस में दर्पण लगाते समय दिशा का विशेष रूप से ध्यान रखना आवश्यक होता है
क्योंकि दर्पण का काम उस दिशा की एनर्जी को रिफ्लेक्ट करने का होता है। घर की पूर्व और उत्तर दिशा में
पॉजिटिव एनर्जी विद्यमान रहती है इसलिए दर्पण को भी हमेशा पूर्व और उत्तर दिशा में ही लगाना चाहिए। घर
और ऑफिस में कभी भी दर्पण को पश्चिम या फिर दक्षिण दिशा में नहीं लगना चाहिए क्योंकि इन दिशाओं में
पॉजिटिव एनर्जी का अभाव रहता है।
● इसी प्रकार से घर के आग्नेय कोण में भी दर्पण को नहीं लगना चाहिए क्योंकि इस जगह पर अग्नि तत्व की
प्रधानता होने से मानसिक परेशानी और रिश्तो में तनाव देखने को मिल सकता है।
● इसी प्रकार से घर के दक्षिण पश्चिम यानी की नैऋत्य कोंण में भी दर्पण को नहीं लगना चाहिए क्योंकि इस
कोण में नेगेटिव एनर्जी रहती है और इस कोण का स्वामी ग्रह राहु को माना गया है। इसलिए यहां पर लगाया हुआ
आईना भी आपको मानसिक स्थिरता में कमी, व्यवहार और निर्णय लेने में जल्दबाजी के साथ ही आपके रिश्तों
में कन्फ्यूजन पैदा कर सकता है।
● घर में कभी भी किचन के सामने या फिर किचन में भी बड़े कद वाले दर्पण का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि
किचन में अग्नि तत्व या फिर ऊर्जा की अधिकता होती है।
● इसके अलावा एक आईने के सामने दूसरे आईने को नहीं लगना चाहिए। ऐसा करने पर भी उस घर के लोगों के
रिश्तो में प्रेम को लेकर कमी देखने को मिल सकती है।
● घर में लगाए जाने वाला दर्पण हो या फिर खिड़कियों में लगे हुए शीशे हों इनको कभी भी टूटा, फूटा या चटकी हुई
स्थिति में नहीं लगाना चाहिए। टूटे या चटके हुए आईने वास्तुदोष पैदा करते हैं और ऐसे आईने घर में मानसिक
तनाव, स्थिरता में कमी और दुखों को भी बढ़ा सकते हैं। शीशे के टूट जाने पर उसको घर से बाहर रखना ही सही
माना जाएगा। आप चाहे तो इसे चौकोर या आयताकार कटवा कर फ्रेम में फिर से लगवाकर काम में ले सकते हैं।
● वास्तु के अनुसार घर में दर्पण को कभी गंदा नहीं रहने देना चाहिए क्योंकि गंदे या फिर धुंधले चित्र बनाने वाले
दर्पण अक्सर मानसिक स्थिरता में कमी पैदा करते हैं और उनसे धन की समस्या भी देखने को मिल सकती है।
● स्टोर रूम में भी बड़ा आईना लगाने पर वहां रहने वाले लोगों को मानसिक तनाव देखने को मिल सकता है।
● वास्तु शास्त्र के अनुसार टॉयलेट में आईना लगाना शुभ नहीं माना जाता और टॉयलेट के गेट के सामने तो
निश्चित रूप से दर्पण लगाने से बचना चाहिए। टॉयलेट में कभी भी बड़ा दर्पण नहीं लगाएं अगर लगाना आवश्यक
है तो उसे यूज करने के बाद उसे मोटे कर्टन से ढक दीजिये और टॉयलेट की पूर्व दिशा या उत्तर दिशा की दीवाल पर
ही आपको दर्पण लगाना चाहिए।
वास्तु अनुसार बेडरूम में दर्पण-
● वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम में बड़े आईने का प्रयोग अच्छा नहीं माना जाता। दर्पण को कभी भी बेड के
सामने नहीं लगाना चाहिए, सोते समय यदि व्यक्ति का प्रतिबिंब आईने में दिखता है तो यह उसकी मानसिक
स्थिरता और रिश्तो में प्रेम व सामंजस्य को लेकर शुभ नहीं माना जाता। इससे व्यक्ति के अंदर नकारात्मक
विचार बढ़ते हैं और सेहत पर भी इसका बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है। बेड के सामने शीशा होने पर
मान्यताओं के अनुसार व्यक्ति की आर्थिक उन्नति की स्पीड थोड़ी स्लो हो सकती है और आय के स्रोत भी कम
देखने को मिल सकते हैं। बेड के सामने दर्पण होने पर यदि व्यक्ति की कुंडली में पहले से राहु खराब है तो उसको
राहु के दुष्प्रभाव ज्यादा देखने को मिलेंगे। उसकी आर्थिक उन्नति में थोड़ी परेशानी और वैवाहिक जीवन में भी
कुछ तनाव देखने को मिल सकता है।
● यदि बेडरूम में आप ड्रेसिंग टेबल के रूप में आईना लगाना चाहते हैं तो आपको बेडरूम की पूर्व या उत्तर की
दीवार पर इसे लगाना चाहिए। दक्षिण और पश्चिम की दीवार पर दर्पण लगाने से आप बचिए।
● इसी प्रकार से बेडरूम में टूटा हुआ या चटका हुआ दर्पण भी नहीं लगाना चाहिए। इससे भी रिश्तों में तनाव देखने
को मिल सकता है। आप जब भी बेडरूम की पूर्व या उत्तर दिशा की दीवाल पर आईना लगाएं तो उसे आपको फ्रेम में
ही लगाना चाहिए। शीशे को फ्रेम में लगाने का मतलब है कि उसकी ऊर्जा की एक लिमिट बनी रहेगी।
● ड्रेसिंग टेबल पर बहुत ज्यादा बेकार की चीजें भी इकट्टी नहीं होनी चाहिए। इससे भी नेगेटिव एनर्जी देखने को
मिल सकती है। बेडरूम में ड्रेसिंग टेबल को अग्नि कोण में भी नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इससे भी रिश्तों में
तनाव देखने को मिल सकता है और सबसे प्रमुख बात यह है कि बेडरूम में दर्पण का प्रयोग कर लेने के बाद में उसे
मोटे कर्टन से ढक देना चाहिए।
ऐसी कौन कौन सी तस्वीरें है जो जीवन को प्रभावित कर सकती है
● महाभारत युद्ध का चित्र : कहते हैं कि महाभारत युद्ध का चित्र जिससे घर में क्लेश बढ़ता है। महाभारत
युद्ध पारिवारिक तनाव के कारण ही हुआ था। महाभारत युद्ध ही नहीं किसी भी प्रकार के युद्ध का चित्र
आपकी सोच को भी आक्रामक बना देगा।
● उदास और नीरस पेंटिंग: अलग पड़े प्राणियों की तस्वीरें, उदास चित्र, सचित्र काम और कलाकृति जो सुस्त,
उदास या निराश हैं, जिन्हें आपको निश्चित रूप से अपनी दीवारों पर लगाने से बचना चाहिए। यह आपको
निराशा और नकारात्मकता की ओर ले जाएगा।
● कांटों की पेंटिंग : बहुत से लोग मॉडर्न पेंटिंग के नाम पर घर में कैट्टस की, कांटों की झाड़ियों की पेंटिंग
लगाते हैं। हो सकता है कि सिर्फ कांटों का चित्र न हो बल्कि कांटेदार पौधों का चित्र हो। हरे भरे पत्तों के बीच कांटे
हो। कुछ लोग घर को कलात्मक लुक देने के लिए नकली या कांटेदार पौधे लगा लेते हैं अत: घर में कांटेदार पेड़-
पौधे न लगाएं, इससे पारिवारिक संबंधों में भी कांटों-की-सी चुभन पैदा होने लगती है।
● डूबती या तूफान से घिरी नाव या जहाज : कुछ घरों में डूबती या लहरों में डगमगाती हुई नाव का फोटो देखा
जा सकता है। यह वास्तु के अनुसार अशुभ होता है। मान्यता है कि ये फोटो भाग्य संबंधी बाधाएं उत्पन्न करती
है। घर परिवार में तनाव बढ़ता है और वास्तु दोष उत्पन्न होता है।
● हिंसक या जंगली जानवरों के चित्र : जंगली या हिंसक जानवरों के चित्र हर रोज देखने से हमारा स्वभाव भी
उग्र हो सकता है। घर में क्लेश और अशांति बढ़ सकती है। हिंसक चित्र या मूर्तियों से नकारात्मक भावों का
विकास होता है जिसके चलते हमारे जीवन में अच्छी घटनाएं घटना बंद हो जाती हैं।
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🪶 डॉ योगेश व्यास, ज्योतिषाचार्य, (टापर),
नेट ( साहित्य एवं ज्योतिष ),
पीएच.डी (ज्योतिषशास्त्र)
मानसरोवर (जयपुर),
Website- www.astrologeryogesh.com
Mob- 8058169959