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Dr. Yogesh Vyas

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हस्तरेखा द्वारा व्यवसाय चयन

आज के समय में व्यवसाय या रोजगार कई शाखाओं में बट गया है जिसके कारण व्यक्ति को व्यवसाय का चयन करना काफी कठिन होता जा रहा है। जब व्यक्ति के लिए किसी नए कारोबार की शुरुआत करनी हो या नौकरी के लिए किसी क्षेत्र विशेष का चुनाव करना हो तो उस व्यक्ति को हस्त रेखा शास्त्र के द्वारा काफी सहायता मिल सकती है। हस्तरेखा ज्ञान के आधार पर व्यक्ति की हथेली में विभिन्न रेखाएं, पर्वत और बनने वाले चिन्हों द्वारा उसके भविष्य से जुड़ी कई शुभ-अशुभ घटनाओं के संकेत जाने जा सकते हैं। जिसके तहत व्यक्ति की शिक्षा, उसके करियर, कारोबार, धन, शादी आदि से जुड़ी बातें पता लगाई जा सकती हैं। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार कुछ लोगों के हाथ में कुछ विशेष रेखाएं अथवा चिन्ह मौजूद होते हैं जो व्यक्ति के भाग्यशाली होने कि तरफ इशारा करते हैं। जातक की हथेली में विद्यमान ग्रहों के पर्व और रेखाओं को देखकर यह जानना जरूरी है कि वह किस क्षेत्र में सफल हो सकता है और व्यक्ति का भाग्य किस ग्रह के द्वारा विशेष रूप से प्रभावित हो रहा है। हथेली में जो ग्रह बली होगा उसके स्वामी आदि ग्रहों के द्वारा ही व्यक्ति का जीवन विशेष रूप से प्रभावित होगा। हस्त रेखा और पर्वों के विषय में विस्तृत जानकारी आईए इस आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं।कामः सततं जपेत् ॥१६॥

हथेली में बली ग्रह और उनसे संबंधित रोजगार-
● सूर्य पर्वत - जातक की हथेली में बली सूर्य पर्वत उसे तेजस्विता एवं सफलता दिलाता देता है। सूर्य ग्रहों का राजा एवं आत्मा का कारक ग्रह है। बली सूर्य सरकारी नौकरी, अपना काम या प्राइवेट संस्था में उच्च पद दिलाता है ! हथेली में बली सूर्य के द्वारा व्यक्ति कला, साहित्य, प्रशासन इत्यादि क्षेत्र में अपना करियर बना सकता है !
● चन्द्र पर्वत - जातक की हथेली में उन्नत चंद्र पर्वत उसे अच्छी मेधा शक्ति के साथ ही स्मरण शक्ति भी प्रदान करता है। चंद्रमा मन के साथ ही सुख और धन देने वाला भी माना जाता है। बली चंद्र पर्वत के द्वारा वह जातक कला, काव्य, जलीय व्यवसाय, तैराक, तरल वस्तुएं इत्यादि क्षेत्र में अपना करियर बना सकता है।
● मंगल पर्वत - व्यक्ति की हथेली में उन्नत मंगल पर्वत उस व्यक्ति को साहस और आत्मविश्वास प्रदान करता है। इस बली मंगल पर्व के द्वारा वह जातक साहसी कार्य, इंजीनियरिंग, माइनिंग, सर्जरी, युद्ध विद्या, अन्वेषण , खिलाड़ी, पर्वतरोहण, सैनिक, पुलिस, जंगल या वन इत्यादि क्षेत्र में अपना करियर बना सकता है।
● बुध पर्वत - व्यक्ति की हथेली में बली बुध पर्वत उसे गणितीय क्षमता, अभिव्यक्ति और आकलन की क्षमता, विश्लेषण क्षमता, वाक शक्ति, लेखन आदि क्षेत्रों में सफलता दिलाता है। बली बुध पर्व के द्वारा वह व्यक्ति वाणिज्य, बैंकिंग, अर्थशास्त्र, पत्रकारिता, मास कम्युनिकेशन, इनडोर गेम्स, बोलने से जुड़े व्यवसाय, मार्केटिंग, विज्ञान, व्यापार, वकालत, चिकित्सा क्षेत्र, बैंक आदि क्षेत्र में व्यक्ति अपना करियर बना सकता है।
● गुरु पर्वत - व्यक्ति की हथेली में उन्नत गुरु पर्व उसे ज्ञानवान, धनवान और मान-सम्मान से पूर्ण बनाता है। इस बली पर्व के द्वारा वह व्यक्ति राजनीति, सेना या सामाजिक संगठनों में उच्च पद, अध्ययन-अध्यापन, सलाहकार, कर विभाग, कानून एवं धर्म क्षेत्र, देवालय का सलाहकार, कैबिनेट मंत्री, आई पी एस अधिकारी, उच्च स्तरीय नौकरी, जज या वकालत, इत्यादि क्षेत्र में अपना करियर बना सकता है।
● शुक्र पर्वत - व्यक्ति की हथेली में बली शुक्र पर्वत प्रेम और जीवनसाथी के साथ ही धन का भी विशेष कारक ग्रह होता है। व्यक्ति अपनी हथेली में इस बली शुक्र पर्वत के द्वारा अभिनय, फैशन, एडवरटाइजिंग, इंटीरियर डेकोरेशन, एयरलाइन्स, एयर होस्टेस, यात्रा एजेंसी से सम्बंधित, होटल ,कला, संगीत, चित्रकारी या गंधर्व कलाएं, नाटक, महिला विभाग, कम्प्यूटर, हस्तशिल्प, पयर्टन आदि क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकता है।
● शनि पर्वत - जातक की हथेली में बली शनि पर्वत ज्ञान, मान-सम्मान, नौकरी, व्यापार, अध्यात्म और एकांत का कारक ग्रह होता है। वह व्यक्ति इस बली शनि पर्व के द्वारा तंत्र, धर्म, जासूसी, रसायन, भौतिकी, गणित, मशीनरी, कृषि, पशुपालन, तेल, अनगढ़ कलाकृतियां, लोहा, तेल, रबर, स्याही, कुकिंग गैस इत्यादि क्षेत्र में अपना करियर बना सकता है।
● हस्त रेखाओं से व्यवसाय का अनुमान –
● जब व्यक्ति की हथेली में रेखाओं का पहाड़ जैसा कोई चिन्ह बने और उसकी कुंडली में भी सूर्य लग्न में और बुध सप्तम भाव में स्थित हो तो ऐसे व्यक्ति न्याय के क्षेत्र में अथवा सलाहकार के रूप में अच्छा मुकाम हासिल करते हैं।
● हथेली में अगर कलम का चिन्ह हो और कुण्डली में बली बुध- सप्तम भाव में हो तो व्यक्ति दक्ष लेखक, कलम का धनी या अकाउंटेंट बनने पर जीवन में अच्छी सफलता हासिल करता है।
● हथेली में अंकुश, शंख, चक्र जैसा चिन्ह बने और कुण्डली में मंगल या बृहस्पति- लग्न में अथवा यह दोनों ग्रह ही लग्न में स्थित हों तो ऐसे व्यक्ति को अपने जीवन में काफी धन संपत्ति की प्राप्ति होती है।
● अगर हथेली में चौकी का चिन्ह बने और शुभ प्रभाव में आया हुआ मंगल- दशम भाव में हो तो ऐसा व्यक्ति काफी धन संपत्ति का स्वामी होता है।
● जब व्यक्ति की हथेली में शनि ग्रह कमजोर हो तो यह व्यापार को लेकर शुभ संकेत नहीं है। इसके साथ ही यदि शनि की उंगली भी उन्नत ना हो और हथेली में शुक्र पर्वत भी दबा हुआ हो तो ऐसे व्यक्ति को अक्सर व्यापार में सफल होने में बहुत ज्यादा मेहनत करनी होती है।कई बार कड़ी मेहनत के बावजूद भी आय कम और खर्चे ज्यादा देखने को मिलते हैं।
● व्यक्ति की हथेली में भाग्य रेखा और जीवन रेखा का कटा-फटा या बहुत छोटा होना व्यापार के लिए शुभ संकेत नहीं माना जाता है। ऐसी स्थिति में जातक को किसी नए कारोबार में बहुत ज्यादा पैसा लगाने से बचना चाहिए।
● जब व्यक्ति का हाथ अव्यवस्थित आकृति के साथ ही काफी भारी हो और भाग्य रेखा भी लहरदार बनी हुई हो तो, ऐसे व्यक्ति को अपना व्यापार सुचारू रूप से चलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
● जातक की हथेली में स्थित ग्रहों के पर्व और हस्त रेखाएं उसके जीवन के स्थूल परिणामों को दर्शाती है। किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन के सूक्ष्म परिणामों को जानने के लिए हस्त रेखा के साथ ही जन्म कुंडली के गहन विश्लेषण के माध्यम से आगे बढ़ना बेहतर माना जाता है।
● व्यापार अथवा करियर में धन लाभ के लिए व्यक्ति को अपने पूजा घर में हस्त निर्मित लक्ष्मी बीसा यंत्र, संपूर्ण वास्तु यंत्र, हस्त निर्मित एवं रत्न जड़ित संपूर्ण श्री यंत्र के साथ ही गोमती चक्र युक्त कछुआ और गोमती चक्र युक्त स्वास्तिक का प्रयोग करना भी बेहद शुभ और उत्तम फलदायक माना जाता है।
■ ज्योतिष फलदायक न होकर फल सूचक है ! किसी भी निष्कर्ष पर पहुचने से पहले किसी योग्य ज्योतिर्विद से संपूर्ण कुंडली के परामर्श करने के बाद ही किसी सार्थक निर्णय पर पहुंचना उचित माना जाता है।

Website- www.astrologeryogesh.com
डॉ योगेश व्यास, ज्योतिषाचार्य (टॉपर),
नेट (साहित्य एवं ज्योतिष), पीएच.डी (ज्योतिषशास्त्र)
Contact for Astrology and Vastu- 8696743637, 8058169959

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