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द्वार वेध और समाधान (Door Perforation and Solutions)-
वास्तु शास्त्र में कई प्रकार के वेध दोषों का वर्णन किया गया है। जब मुख्य द्वार के ठीक सामने किसी प्रकार का कोई अवरोध हो और उसके कारण प्रकाश एवं वायु के मार्ग में रुकावट पैदा होती हो तो, उस अवरोध को द्वारा वेध कहा जाता है। इस द्वार वेध का समाधान सही समय पर नहीं करने पर मानसिक और आर्थिक परेशानियां हो सकती हैं।
मुख्य द्वार के सामने जब कोई वृक्ष, खंभा, कूआं, आम रास्ता, मंदिर, पानी की टंकी, खूंटा आदि आ जाएं तो वह द्वारा वेध कहलाता है। जब मकान के सामने विद्युत या टेलीफोन का खंभा या फिर ट्रांसफार्मर लगा हो तो उस घर में निवास करने वाले लोगों को अक्सर मानसिक परेशानियों और रोगों के साथ ही धन आगमन में भी समस्या रहती है। मुख्य द्वार के सामने ऐसी स्थिति होने पर आपको मुख्य द्वार के ऊपर रत्न जड़ित संपूर्ण वास्तु मिरर अवश्य लगाना चाहिए। यह मिरर बाहर से आने वाली नकारात्मक ऊर्जा को परावर्तित कर देता है।
जब मकान के ऊपर किसी मंदिर या मंदिर पर लगे ध्वज की छाया पड़ती है तो उसे ध्वज वेध कहते हैं। इस दोष के कारण वहां रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है इसीलिए, शास्त्रों में भी कहा गया है कि मंदिर से घर की दूरी 100 मीटर से अधिक होनी चाहिए। जब मुख्य द्वार के सामने किसी गाय, भैंस या कुत्ते आदि को बांधने के लिए खूंटे आदि को गाड़ दिया जाता है तो उसे कील वेध कहते हैं। यह दोष वहां रहने वाले लोगों के विकास में बाधा उत्पन्न करता है। भवन के मुख्य द्वार के सामने जब कोई सेप्टिक टैंक, भूमिगत पानी का टैंक, हैंडपंप, नल या कोई भूमिगत नाली होती है तो उसे कूपवेध कहा जाता है। इस दोष के कारण घर में धन आगम में परेशानी होती है।
घर के मुख्य द्वार के सामने किसी अन्य घर का कोना अथवा दरवाजे का आना भी शुभ नहीं माना जाता। मुख्य द्वार के सामने कोई धार तेज करने की मशीन, तेलगानी या आटा चक्की आदि लगी हो तो यह ब्रह्म वेध कहलाती है। इस दोष के कारण उस घर में रहने वाले लोगों के जीवन में अस्थिरता और एक दूसरे के प्रति मनमुटाव भी हो सकता है। जब घर के पास स्थित कुएं या बोरिंग पर उससे भवन की छाया पड़ती है तो उसे भवन छाया वेध कहते हैं। यह दोष उस घर में रहने वाले लोगों को धन की हानि कराता है। जब घर के दरवाजे खोलने और बंद करते समय उनसे चर मराती हुई आवाज आती है तो, उसे स्वर वेध कहते हैं। इस दोष के कारण घर में आकस्मिक और अप्रिय घटनाओं के होने की संभावना बढ़ जाती है। घर के अंदर खूंखार जानवरों और पक्षियों के चित्रों से भी नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है घर में इस तरीके के वेध होने पर आपको अपने पूजा घर में रत्न जड़ित संपूर्ण वास्तु यंत्र अवश्य लगाना चाहिए इस यंत्र की सकारात्मक ऊर्जा से इन दोषों में आपको काफी कमी देखने को मिलेगी।