ग्रहों के सम्पूर्ण समाधान
आपका कोई भी ग्रह बुरा हो,उन्हें बिना किसी उपाय या बहुत कम उपाय करके बुरे ग्रहों से सम्बंधित रिस्तेदार और जीव् जन्तुओं की सेवा करके उन्हें मान् सम्मान देकर बुरे ग्रह का भी अच्छा फल लिया जा सकता है।
1. सूर्य ग्रह-- अगर किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में सूर्य देव मन्दे, नीच के या अपने दुश्मन ग्रहों के साथ बैठे होने के कारण आपको बुरे फल दे रहे हों तो, पिता ही सूर्य देव के प्रतीक होते हैं ,इसके अतिरिक्त सरकार का सम्बन्ध भी सूर्य देव के साथ होता है। सूर्य देव के उपाय करने के साथ साथ पिता की खूब सेवा करें,उनका सम्मान करें,उनकी जरूरतों का ध्यान रखें,पिता के पांव में हाथ लगा कर आशीर्वाद लें। सरकार के खिलाफ कोई काम ना करें। धरना प्रदर्शन से दूर रहें,सरकार के टैक्स ईमानदारी से चुकाएँ तो सूर्य के कम उपाय करके भी सूर्य देव के बुरे प्रभावों को ठीक किया जा सकता है।
2. चन्द्र ग्रह-- अगर किसी जातक की जन्म कुंडली में चन्द्र देव बुरे हाल में हो या नीच, पापी ग्रहों से पीड़ित होने के कारण अपना अच्छा फल ना दे रहें हो तो,चन्द्र देव का ही जीवित स्वरूप् धरती पर आपकी माँ हैं। तो आप चन्द्र देव के कितने भी उपाय करलें अगर अपने अपनी माँ की सेवा नहीं की, उन्हें मान सम्मान नहीं दिया तो फिर आप चन्द्र देव के उपाय व्यर्थ में ही कर रहे हैं। आप अपनी माँ की खूब सेवा करें ,उनका कहना माने,उन्हें भरपूर मान सम्मान दें और साथ ही दादी, नानी और माशियों को भी मान सम्मान दें, सेवा करें। विधवा औरतों के भी पाँव में हाथ लगा कर आशीर्बाद लें, सेवा करें तो चंद्र देव के बुरे प्रभावों को ठीक किया जा सकता है।
3. मंगल ग्रह-- मंगल देव भाई और मित्रो के प्रतीक होते हैं ! उनके लिए वफादार रहें ,उनकी गलतियों को अनदेखा करें ,उनसे प्यार करें, उनका ध्यान रखें। उनकी जिम्मेदारी उठाने से मंगल देव के बुरे प्रभावों को ठीक किया जा सकता है ।
4. बुध ग्रह-- बुध देव बुआ, बहन, बेटियों के प्रतीक होते हैं !उनकी सेवा, पालना और जिम्मेदारी उठाने से बुध देव के बुरे प्रभावों को ठीक किया जा सकता है ।
5. गुरु ग्रह-- देव गुरु बृहस्पति दादा, बुजुर्ग सन्यासी, कुलपुरोहित के कारक होते हैं। जब गुरु के अच्छे फल ना मिल रहे हों तब गुरु के सम्बंधित रिस्तेदारो के पाँव में हाथ लगा कर आशीर्बाद लें, सेवा करें तो गुरु देव के बुरे प्रभावों को ठीक किया जा सकता है ।
6. शुक्र ग्रह-- शुक्र देव का सम्बन्ध हमारे जीवन साथी से है। उसका सम्मान करें। प्यार करे उसके लिए वफादार रहें तो शुक्र देव के बुरे प्रभावों को ठीक किया जा सकता है।
7. शनि ग्रह-- शनि देव के जीवित स्वरूप् चाचा और मजदूर हैं। चाचा को खुश रखे मजदूरो के साथ नरम व्यवहार रखें तो शनि देव के बुरे प्रभावों को ठीक किया जा सकता है।
8. राहू ग्रह-- राहू देव ससुराल के कारक होते हैं ! ससुराल से बना कर रहें, ससुराल बालों को इज्जत की नजर से देखें, ससुराल से अच्छे सम्बन्ध बनायें तो राहू देव के बुरे प्रभावों को ठीक किया जा सकता है।
9. केतू ग्रह-- केतू देव का सम्बन्ध हमारी जिंदगी में नर औलाद से होता है। और जो बच्चे 12 साल से कम उम्र के हों ! इस उम्र के बच्चों और अपनी नर औलाद का ध्यान रखे, उनका पालन पोषण सही तरीके से करे । इसके अतिरिक्त किसी भी जानवर के पिल्लै खास कर कुत्ते के बच्चे केतु का अवतार होते हैं तो कुतों को खाना दें उनकी पालना करें तो केतू देव के बुरे प्रभावों को ठीक किया जा सकता है।