वास्तुशास्त्र और सुखी दांपत्य जीवन-
खुशहाल वैवाहिक जीवन हर दंपति का सपना होता है। यदि आपका जीवन साथी आपके अनुकूल है तो जीवन आनंदमय और शांतिपूर्ण हो जाता है। आपने देखा होगा कि कई घरों में तमाम अभावों के बावजूद दाम्पत्य जीवन बढ़िया चलता है, जबकि कई ऐसे भी घर हैं जहां छोटी-छोटी बातों पर कलह का वातावरण रहता है ! यदि आपका घर उचित वास्तु में नहीं है तो इससे उदासी, रिश्तों में समस्या आदि हो सकती है। घर में वास्तु दोष भी असफल विवाह के पीछे एक कारण हो सकता है और उन दोषों के लिए वास्तु शास्त्र उद्धारकर्ता के रूप में आता है। वास्तुशास्त्र में सुखी दाम्पत्य के नियम बताये गये हैं--
● बेडरूम में दर्पण रखने से दंपत्ति के बीच झगड़े और बहस होती है क्योंकि माना जाता है कि आईना बुरी शक्तियों को आकर्षित करता है। इसलिए आपको बिस्तर से दूर दर्पण रखना चाहिए और इसे रात के समय में कपड़े से ढक देना चाहिए।
● बेडरूम में दो सुंदर सजावटी गमले और सुंदर बाउल में क्रिस्टल को चावल के साथ मिलाकर रखें, इनसे आपका वैवाहिक जीवन सुखमय होगा।
● बेडरूम सजाकर रखें, कबाड़ जमा न होने दें। यहां साइड टेबल पर कोई भी वस्तु धूल भरी, बेतरतीब और बिखरी हुई न हो। प्यार बढ़ाने के लिए सिरेमिक की बनी विंड चाइम्स का प्रयोग करें।
● पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ाने के लिए बेडरूम के दक्षिण-पश्चिम भाग में कांच या सिरेमिक पॉट में छोटे-छोटे पत्थर या क्रिस्टल्स डालकर लाल रंग की दो मोमबत्तियां जलाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा फैलेगी !
● बेडरूम में पलंग पर सीधा प्रकाश नहीं पड़े। प्रकाश पीछे या बांई ओर से आना चाहिए। पलंग के सामने की दीवार पर प्रेरक व रमणीय चित्र होने चाहिए।
● जंगली ज।नवर व आक्रामक तस्वीर दीवारों पर नहीं लगायें। डूबते जहाज, दुख व मर्म से युक्त मोर्डन आर्ट वाली तस्वीरें भी लगना शुभ नहीं होता है। राधा व कृष्ण की तस्वीर लगा सकते हैं।
● हंसों का जोड़ा शयनकक्ष में रखने से पति और पत्नी के बीच प्यार और विश्चास में वृद्धि होती है|
● ऐसी वस्तुएं जिससे वैवाहिक जीवन के आनंदमय क्षणों की याद आती रहे, उन्हें नैऋत्य कोण में लगाने से कटुता में कमी आती है।
● मंगल ग्रह से पीडित जातक लाल रंग और शनि ग्रह से पीडित जातक नीले रंग की बेडशीट के प्रयोग से बचें।
● बिस्तर को इस तरह से रखा जाना चाहिए कि पति-पत्नी अपने सिर को दक्षिण दिशा की ओर करके सोएं क्योंकि यह उत्तर दिशा से सकारात्मक ऊर्जा के मुक्त प्रवाह को बढ़ाएगा।
● मैरिड कपल के कमरे में केवल लकड़ी से बना फर्नीचर होना चाहिए। बिस्तर, ड्रेसिंग टेबल, स्टडी टेबल, आदि - सब कुछ लकड़ी और कांच से बना हो, धातु के सामान से बचना चाहिए।
● बैड पर बैठकर भोजन नही करें और ना ही झूठे बर्तन उस पर रखें।
● विवाहित जोड़े को एक ही गद्दे पर सोना चाहिए क्योंकि यह विचारों और भावनाओं में एकता का प्रतिनिधित्व करता है। यह प्यार को बढ़ाकर वैवाहिक जीवन में सकारात्मकता लाता है।
● दंपत्ति के बेडरूम को हल्के और सुखदायक रंगों से चित्रित किया जाना चाहिए। गहरे रंगों से बचें क्योंकि वे नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और विवाहित जीवन में बाधाएं पैदा करते हैं।
● दंपत्ति के बिस्तर के ठीक ऊपर यदि छत का बीम है तो पलंग को शिफ्ट कर लें। बीम के नीचे सोने से नकारात्मकता के साथ ही सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है।
● बेडरूम में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे कि टेलीविजन, लैपटॉप, मोबाइल फोन आदि रखने से बचें, अगर ऐसा संभव नहीं है तो आपको उन्हें बिस्तर से दूर रखना चाहिए।
● शुक्र ग्रह प्रेम,पत्नी व भौतिकता का कारक है इसलिये हस्त निर्मित शुक्र यन्त्र घर में अवश्य लगायें।
● घर का मुख्य बेडरूम सदैव नैऋत्य (दक्षिण- पश्चिम) कोण में चौकोर या आयताकार होना चाहिए ! बेडरूम में खिड़की अवश्य हो और कभी भी मुख्य द्वार की ओर पैर करके नहीं सोना चाहिए।