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Dr. Yogesh Vyas

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Nakshatras

चन्द्रमा का एक राशिचक्र 27 नक्षत्रों में बंटा हुआ है, इस कारण से चन्द्रमा को अपनी कक्षा में परिभ्रमण करते समय प्रत्येक नक्षत्र में से गुजरना होता है ! आपके जन्म के समय चन्द्रमा जिस नक्षत्र में गुजर रहा होगा होगा, वही आपका जन्म नक्षत्र होगा ! कुल 27 नक्षत्र होते हैं ओर उनके स्वामी भी अलग अलग होते है ! नक्षत्र पद्धति आधारित गणना से आप जीवन के सही अवसरों और अपने खराब व कष्टकारक समय को जान सकते हैं और उसका उपाय भी कर सकते हैं !

क्रम    नक्षत्र        स्वामी
1-    अश्विनी        केतु
2-     भरणी        शुक्र
3-    कृत्तिका        सूर्य
4-     रोहिणी        चंद्र
5-     मृगशिरा        मंगल
6-     आर्द्रा        राहु
7 -     पुनर्वसु        गुरु
8-     पुष्य        शनि
9 -     आश्लेषा        बुध
10 -     मघा        केतु
11 -     पूर्वाफाल्गुनी        शुक्र
12 -     उत्तराफाल्गुनी        सूर्य
13 -     हस्त        चंद्र
14 -     चित्रा        मंगल
15 -     स्वाती        राहु
16 -     विशाखा         गुरु
17 -     अनुराधा        शनि
18 -     ज्येष्ठा        बुध
19 -     मूल        केतु
20 -     पूर्वाषाढा        शुक्र
21 -     उत्तराषाढा        सूर्य
22 -     श्रवण        चंद्र
23 -     धनिष्ठा        मंगल
24 -     शतभिषा        राहु
25 -     पूर्वाभाद्रपद         गुरु
26 -     उत्तराभाद्रपद        शनि
27-     रेवती        बुध

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