Nakshatras
चन्द्रमा का एक राशिचक्र 27 नक्षत्रों में बंटा हुआ है, इस कारण से चन्द्रमा को अपनी कक्षा में परिभ्रमण करते समय प्रत्येक नक्षत्र में से गुजरना होता है ! आपके जन्म के समय चन्द्रमा जिस नक्षत्र में गुजर रहा होगा होगा, वही आपका जन्म नक्षत्र होगा ! कुल 27 नक्षत्र होते हैं ओर उनके स्वामी भी अलग अलग होते है ! नक्षत्र पद्धति आधारित गणना से आप जीवन के सही अवसरों और अपने खराब व कष्टकारक समय को जान सकते हैं और उसका उपाय भी कर सकते हैं !
क्रम नक्षत्र स्वामी
1- अश्विनी केतु
2- भरणी शुक्र
3- कृत्तिका सूर्य
4- रोहिणी चंद्र
5- मृगशिरा मंगल
6- आर्द्रा राहु
7 - पुनर्वसु गुरु
8- पुष्य शनि
9 - आश्लेषा बुध
10 - मघा केतु
11 - पूर्वाफाल्गुनी शुक्र
12 - उत्तराफाल्गुनी सूर्य
13 - हस्त चंद्र
14 - चित्रा मंगल
15 - स्वाती राहु
16 - विशाखा गुरु
17 - अनुराधा शनि
18 - ज्येष्ठा बुध
19 - मूल केतु
20 - पूर्वाषाढा शुक्र
21 - उत्तराषाढा सूर्य
22 - श्रवण चंद्र
23 - धनिष्ठा मंगल
24 - शतभिषा राहु
25 - पूर्वाभाद्रपद गुरु
26 - उत्तराभाद्रपद शनि
27- रेवती बुध