Job Problems:
कुंडली से जाने सरकारी नौकरी, उच्च पद व नौकरी प्राप्ति का समय--
आजीविका का निर्धारण व्यक्ति की योग्यता शिक्षा, अनुभव से तो होता ही है, उसकी कुंडली में बैठे ग्रह भी प्रभाव डालते हैं।पत्रिका में दशम भाव से कर्मक्षेत्र का विचार होता है, तो शिक्षा का पंचम भाव से, छठे भाव भाव से प्रतियोगिता परीक्षा का,नवम भाव भाग्य का होता है, एकादश भाव आय भाव- करियर से सीधा जुड़ा है । छठा भाव नौकरी एवं सेवा का है। छठे भाव का कारक भाव शनि है। यह जान लें कि दशम भाव बली हो तो सरकारी नौकरी के योग बनते है । नौकरी के कारक ग्रहों का संबंध सूर्य व चन्द्र से हो तो जातक सरकारी नौकरी पाता है। सूर्य, चंद्रमा व बृहस्पति सरकारी नौकरी मै उच्च पदाधिकारी बनाता है।
व्यक्ति की कुण्डली में दशम, दशमेश तथा इन दोनों से संबध रखने वाले ग्रहों के अतिरिक्त दशमेश- नवाशं में जिस राशि में जाये उसके स्वामी के अनुसार सही दशा व गोचर में वही ग्रह आय या व्यवसाय की प्राप्ति का स्त्रोत बनता है ! जीवन की कोई भी शुभ या अशुभ घटना राहु और केतु की दशा या अंतर्दशा में हो सकती है। ज्योतिष के अनुसार लग्न अथवा चन्द्र से दशम भाव में क्रमश: सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र अथवा शनि हों तो क्रमश: पिता, माता, शत्रु, मित्र, बडे भाई, पत्नी अथवा नौकरों के द्वारा आय की प्राप्ति होती है ! ग्रहों से उन सभी क्षेत्र में व्यक्ति को मेहनत व प्रयास करने से व्यवसाय एवं कैरियर में सफलता मिलती है !
कुंडली से जाने नौकरी प्राप्ति का समय—
● प्रथम भाव से- दूसरा भाव, छठे भाव, दशम भाव एवं एकादश भाव का संबंध या इसके स्वामी से होगा तो नौकरी के योग बनते है ।
● लग्न के स्वामी की दशा और अंतर्दशा में नौकरी के योग बनते है ।
● नवमेश की दशा या अंतर्दशा में नौकरी के योग बनते है ।
● षष्ठेश की दशा या अंतर्दशा में नौकरी के योग बनते है ।
● प्रथम, दूसरा, षष्ठम, नवम और दशम भावों में स्थित ग्रहों की दशा या अंतर्दशा में नौकरी के योग बनते है ।
● दशमेश की दशा या अंतर्दशा में नौकरी के योग बनते है ।
● द्वितीयेश और एकादशेश की दशा या अंतर्दशा में नौकरी के योग बनते है ।
● नौकरी मिलने के समय जिस ग्रह की दशा और अंतर्दशा चल रही है उसका संबंध किसी तरह ● दशम भाव या दशमेश से होगा तो नौकरी के योग बनते है ।
● द्वितीयेश और एकादशेश की दशा या अंतर्दशा में भी नौकरी मिल सकती है।
● दशम भाव या दशमेश का संबंध छठे भाव से हो तो जातक नौकरी करता है।
● राहु और केतु की दशा या अंतर्दशा हो तो जातक नौकरी करता है।
गोचर- गुरु गोचर में दशम या दशमेश से नौकरी मिलने के समय केंद्र या त्रिकोण में हो तो नौकरी मिल सकती है !
गोचर- शनि और गुरु एक-दूसरे से केंद् या त्रिकोण में हों तो नौकरी मिल सकती है !
गोचर- नौकरी मिलने के समय शनि या गुरु का या दोनों का दशम भाव और दशमेश दोनों से या किसी एक से संबंध होता है तो नौकरी मिल सकती है !
● द्वितीय, षष्ठ एवं दशम् भाव को अर्थ-त्रिकोण सूर्य की प्रधानता होने पर सरकारी नौकरी नौकरी मिल सकती है !
● केंद्र में गुरु स्थित होने पर सरकारी नौकरी मे उच्च पदाधिकारी का पद प्राप्त होता है।
नौकरी के अन्य योग--
● शनि कुण्डली में बली हो तो व्यक्ति नौकरी करता है !
● मंगल कुण्डली में बली हो तो व्यक्ति की - पुलिस, खुफिया विभाग अथवा सेना में उच्च पद होने की संभावना होती है।
● गुरु कुण्डली में बली हो तो जातक को- अच्छा वकील, जज, धार्मिक प्रवक्ता , ख्याति प्राप्त ज्योतिर्विद बनाता है।
● बुध कुण्डली में बली हो तो जातक को- व्यापारी, लेखक, एकाउन्टेंट, लेखन एवं प्रकाशन में ख्याति प्राप्त बनाता है।
● शुक्र कुण्डली में बली हो तो जातक- फिल्मी कलाकार, गायक, सौंदर्य संबंधी ख्याति प्राप्त बनाता है।
● जातक- बली राहु से आयात व्यापार एवं बली केतु से निर्यात व्यापार करता है !
कामयाबी योग-
● कुंडली का पहला, दूसरा, चौथा, सातवा, नौवा, दसवा, ग्यारहवा घर तथा इन घरों के स्वामी अपनी दशा और अंतर्दशा में जातक को कामयाबी प्रदान करते है।
नौकरी मिलने के लिए उपाय --
● तांबे के लोटे से सुबह-सुबह सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए ।
● हनुमान जी के दर्शन करें।
● पक्षियों को जो ,बाजरा खिलाना चाहिए, हो सके तो सात प्रकार के अनाजों को एक-साथ मिलाकर पक्षियों को खिलाएं। गेहूं, ज्वार, मक्का, बाजरा, चावल, दालें आदि हो सकती हैं। सुबह यह उपाय करें, जल्दी ही नौकरी से जुड़ी समस्या पूरी हो जाएंगी।
● गाय को आटा और गुड़ खिला देवे ।
● बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेते रहना चाहिए।
● हनुमान जी तस्वीर रखें और उनकी पूजा करें।
● हर मंगलवार बजरंग बाण, हनुमान चालीसा का पाठ करें।
● सुबह स्नान करते समय पानी में थोड़ी पिसी हल्दी मिलाकर स्नान करते हैं।
● इंटरव्यू देने के लिए निकलने से पहले एक चम्मच दही और चीनी मुंह में रख लें।
● गणेश जी का कोई ऐसा चित्र या मूर्ति घर में रखें या लगाएं, जिसमें उनकी सूंड़ दाईं ओर मुड़ी हो, गणेश जी की आराधना करें।
● शनिवार को शनि देव की पूजा करके आगे लिखे मंत्र का 108 बार जप करें-
ॐ शं शनैश्चराय नम: !!
सूर्य के उपाय-
● आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करे !
● ॐ घृणी सूर्याय नमः का कम से कम 108 बार जप करें।
● गायत्री का जप करें।
● घर की पूर्व दिशा से रौशनी आयेगी तो अच्छा रहेगा ।
● घर में तुलसी का पौधा जरूर लगा दे !
● पिता की सेवा