Amavasya Yoga Yantra - Hand Made Vastu Yantra
Rs.1200 Rs.1999
Amavasya Yoga or Grahan Yoga is formed in the horoscope when the native is born on Amavasya or the Sun and Moon come together in any sense.
Product Description
● Amavasya Yoga or Grahan Yoga is formed in the horoscope when the native is born on Amavasya or the Sun and Moon come together in any sense.● The life of the native born in this Amavasya yoga is often seen in ups and downs and interruptions in the running. The native is not able to achieve success in life according to his ability, knowledge and ability.
● The side effects of this Amavasya Yoga are more when the condition of the Sun and the Moon are going together. Due to the effect of this Amavasya Yoga, a person's chaotic marital life, mental illness, confusion, fear, many types of diseases and the person often lead a life with a possible accident!
● A person may have to face deep disappointment, negative thoughts, fear, sorrow, inadequacy, disease, poverty, laziness and debt due to the effect of Amavasya Yoga.
● This hand-made Amavasya Yoga Yantra is being made available to you through special worship and chanting and in this Yantra, the pure gemstone standard of the Sun and the gemstone of the Moon are used. This yantra is made by looking at the Amavasya Yoga Yantra existing in the texts of Vedic astrology.
● Depression, lack of confidence, stress, mental illnesses can be avoided to a great extent by the effects of this hand-made Amavasya Yoga Yantra.
● Worship this hand-made Amavasya Yoga Yantra daily in the morning and install it in your home or office temple on Sunday or Monday and light a lamp of ghee in front of it daily. This Yantra will definitely reduce the troubles caused by Amavasya Yoga in your life and will be helpful in your progress.
● जातक का जन्म जब अमावास्या को हो या सूर्य और चंद्र किसी भी भाव में एक साथ आ जाते हैं तो कुंडली में अमावस्या योग अथवा ग्रहण योग बनता है।
● इस योग में जन्म लेने वाले जातक के जीवन में अक्सर उतार चढ़ाव एवं चलते हुए कामों में रुकावट देखने को मिलती है। जातक अपनी क्षमता, ज्ञान व सामर्थ्य के अनुसार जीवन में सफलता हासिल नहीं कर पाता है।
● इस अमावस्या योग का दुष्प्रभाव तब अधिक होता है जब आपस में सूर्य और चंद्र की दशा-अंतर्दशा चल रही हो। इस अमावास्या योग के प्रभाव से व्यक्ति का अव्यवस्थित वैवाहिक जीवन, मानसिक रोग, भ्रम, भय, अनेक प्रकार के रोग और जातक अक्सर सम्भावित दुर्घटना युक्त जीवन जीता है !
●अमावास्या या ग्रहण योग के प्रभाव से व्यक्ति को गहरी निराशा, नकारात्मक विचार, डर, दुख, अपयश, रोग, गरीबी, आलस और कर्ज झेलना पड़ सकता है ।
● इस हस्त निर्मित अमावास्या योग यन्त्र को विषेश पूजा व जाप के द्वारा सिद्ध करके आपको उपलब्ध कराया जा रहा है और इस यंत्र में सूर्य के शुद्ध रत्न मानक व चंद्र के रत्न उत्तम मोती का प्रयोग किया गया है। इस यन्त्र को वैदिक ज्योतिष के ग्रंथों में विद्यमान अमावास्या योग यन्त्र को देखकर बनाया गया है।
● इस हस्त निर्मित अमावास्या योग यन्त्र के प्रभाव से डिप्रेशन, आत्मविश्वास की कमी, तनाव, मानसिक बीमारियों से काफी हद तक बचा जा सकता है।
● इस हस्त निर्मित अमावास्या योग यन्त्र की प्रतिदिन सुबह पूजा करें और इसको रविवार या सोमवार को अपने घर या ऑफिस के मन्दिर में स्थापित करके प्रतिदिन इसके आगे घी का दीपक जलाना चाहिए। यह यन्त्र निश्चित ही आपके जीवन में अमावास्या योग के कारण होने वाली परेशानियों को कम करेगा और आपकी उन्नति में सहायक सिद्ध होगा।
Color | Golden |
Item Qty. | 1 |
Primary Material | Epoxy Compound Material |
Country of Origin | India |